लेखाकार ने जाली हस्ताक्षर कर अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए साढ़े आठ लाख रुपए

पंतनगर। ऊधमसिंहनगर जिले में जिला बाल संरक्षण इकाई के खाते से एक लेखाकार पर जाली हस्ताक्षर कर करीब साढ़े आठ लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करने का आरोप लगा है। जिला प्रोवेशन अधिकारी की तहरीर पर पंतनगर पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी लेखाकार रामपाल सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जिला प्रोवेशन अधिकारी व्योमा जैन ने एसएसपी को एक तहरीर दी। जिसमें बताया कि महिला कल्याण विभाग के अंतर्गत जिला बाल संरक्षण इकाई में वात्सल्य योजना के तहत आउटसोर्स एजेंसी क्रिएटिव सर्विसेज पिथौरागढ़ के माध्यम से रामपालसिंह, हाल निवासी भूरारानी रुद्रपुर को बतौर लेखाकार नियुक्त किया गया है।

आरोप है कि रामपाल ने मिशन वात्सल्य योजना के केनरा बैंक खाते से कूटरचित (जाली) हस्ताक्षर कर योजना की धनराशि अपने खाते में ट्रांसफर कर ली है। इसके तहत 18 मई को 944 रुपये, 22 मई को 9456 रुपये, 27 मई को पांच लाख 92 हजार रुपये और 30 मई को दो लाख 40 हजार रुपये की धनराशि अपने खाते में हस्तांतरित की गई है।

इसके अलावा रामपाल ने 17 मई को उनके हस्ताक्षर से दो व्यक्तियों के टीए भुगतान की अनुमति भी ली और बैंक को उसी प्रकार भुगतान के लिए पत्र भेजा, जिसमें उनके ही हस्ताक्षर हैं, लेकिन पीपीए रामपाल द्वारा ही बनाया गया, जिसमें जिला प्रोवेशन अधिकारी व्योमा जैन के खाते में केवल 12 हजार 256 रुपये की धनराशि हस्तांतरित की गई। जो कि 2800 रुपये और 9456 रुपये की दोनों धनराशि का भुगतान उनके व्यक्तिगत बचत खाते में कर दिया गया। 22 मई से 9456 रुपये का हस्ताक्षर से संबंधित कर्मचारी को स्वयं भुगतान कर दिया गया। थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह डांगी ने बताया तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है, पुलिस मामले की जांच कर रही है।