उत्तराखंड के युवाओं को म्यांमार में बनाया बंधक, एजेंट के खिलाफ अपहरण समेत कई धाराओं में मुकद्दमा दर्ज

ऋषिकेश। देहरादून के रायवाला निवासी विधान गौतम को म्यांमार में बंधक बनाने के मामले का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संज्ञान लिया है। सीएम के निर्देश पर पुलिस ने गुरुवार को गुजरात के एक एजेंट के खिलाफ अपहरण समेत सीआरपीसी की 10 धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। विधान समेत 70 भारतीयों को छुड़ाने के लिए पुलिस ने विदेश मंत्रालय और आईबी समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियों से समन्वय स्थपित कर प्रयास शुरू कर दिए हैं।

रायवाला पुलिस के मुताबिक पांच जून को जिया गौतम निवासी प्रतीतनगर, रायवाला ने शिकायत देकर बताया कि आईटी सेक्टर में काम करने वाले भाई विधान गौतम 2024 में दुबई गया था। वहां सात भारतीय के साथ इसी साल वह वापस भी लौट आया। 24 मई को गुजरात निवासी एजेंट जय जोशी ने भाई विधान गौतम को वीडियो कॉल किया। भाई विधान और अन्य सात दोस्तों को थाईलैंड की बड़ी आईटी कंपनी में जॉब के साथ अच्छी सैलरी का ऑफर दिया। वीडियो कॉल से सभी का स्क्रीनिंग टेस्ट लिया। उन्हें थाईलैंड स्थित बैंकॉक की आईटी कंपनी में सलेक्शन होने की जानकारी दी। भारत से बैंकॉक जाने का खर्च व सुविधाएं भी कंपनी की तरफ होने की बात कही। 21 मई को एजेंट जय जोशी भाई विधान व साथी अन्य सात भारतीय कों को लेकर दिल्ली से बैंकाक पहुंचा, जिसके बाद विधान से संपर्क नहीं हो पाया। आरोप है कि एजेंट जय जोशी ने गुमराह करते हुए विधान को अच्छी जॉब में व्यस्तता होने की बात कही। इसी बीच विधान ने पिता के व्हाट्सएप नंबर पर कॉल कर बताया कि जय जोशी ने धोखाधड़ी कर बैंकॉक एयरपोर्ट से बंदूक की नोंक पर उन्हें अगवा किया। म्यांमार बार्डर क्रॉस कराने के बाद सभी को बंधक बना लिया गया।