पिथौरागढ़ के मुनस्यारी, धारचूला विकासखंड में रहने वाले पिछड़ी जाति के लोगों को भी मिलेगा ईडब्ल्यूएस का लाभ

पिथौरागढ़। सीमांत जिला पिथौरागढ़ के मुनस्यारी तथा धारचूला विकासखंड में रहने वाले पिछड़ी जाति समुदाय के लोगों को भी ई.डब्ल्यू.एस. का लाभ मिलेगा। इसके लिए राज्य के अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने आज शासनादेश जारी कर दिया है। इस खबर के बाद सीमांत क्षेत्र में खुशी की लहर व्याप्त है। विकासखंड मुनस्यारी तथा धारचूला के अनवाल समुदाय के लोगों को राज्य सरकार द्वारा पिछड़ी जाति का आरक्षण दिया गया था। इस जाति के लोगों को अभी तक केंद्रीय ओबीसी का लाभ नहीं मिल पा रहा था।

इस बात को लेकर लगातार संघर्ष करें मुनस्यारी के जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने बीते दिनों देहरादून में राज्य स्तरीय ओबीसी के प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री को मिलकर आशय का ज्ञापन दिया था। ज्ञात रहे राज्य भर के ओबीसी समुदाय ने देहरादून में बैठक कर मुनस्यारी के जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया को इस संघर्ष के लिए अपना अगवा घोषित किया था।
मुख्यमंत्री द्वारा इस मांग पर परीक्षण करने के आदेश दिए थे। इस ज्ञापन में उठाई गई इस मांग पर आज राज्य सरकार ने अपनी मुहर लगा दी है। राज्य के अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन के आदेश के बाद राज्य सरकार द्वारा घोषित दोनों विकास खंडों के ओबीसी समुदाय को केंद्रीय ई.डब्ल्यू.एस. का लाभ मिलने लग जाएगा। इसके लिए बाकायदा आवेदन पत्र का नमूना भी जारी किया गया है।

जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि आज सीमांत की जनता के संघर्षों की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि इसी तरह से अन्य समस्याओं के लिए भी उनका संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि आज की जीत का सेहरा किसी भी राजनीतिक दल को नहीं दिया जा सकता है। यह जनता की संघर्षो का परिणाम है।
उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों में रहने वाले ओबीसी समुदाय की पहल का आज असर हुआ है। उन्होंने कहा कि यह समुदाय के द्वारा उन्हें अवसर दिया गया कि वह इस मांग का नेतृत्व करे। इसके लिए वे विनम्र भाव से ओबीसी समुदाय का आभार भी प्रकट करते है।