सीएम धामी पहुंचे आपदा राहत कंट्रोल रूम, बाढ़ बारिश और भूस्खलन का लिया अपडेट

उत्तराखंड के 10 जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है किसको देखते हुए आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे जहां उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग द्वारा जारी किया गया है जिसको देखते हुए तमाम आला अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह सभी जिलों की मॉनिटरिंग का काम करें इसके साथ ही जहां पर लैंडस्लाइड की घटनाएं हो रही हैं उन मार्गों को चिन्हित करने का काम किया जाए और उन्हें तुरंत खोला जाए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह ने शुक्रवार को आईटी पार्क स्थित उत्तराखंड राज्य आपदा परिचालन केंद्र पहुँचकर राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही बारिश की जानकारी ली। उन्होंने जिलाधिकारियों से बारिश की स्थिति, सड़कों, पेयजल, विद्युत आपूर्ति एवं अन्य जानकारियां ली। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि अतिवृष्टि और भूस्खलन से संबंधित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रखा जाए। अतिवृष्टि के दृष्टिगत श्रद्धालुओं एवं यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहरने की व्यवस्था के साथ ही भोजन और बच्चों को दूध की पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाय। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी अधिकारियों को हर पल अलर्ट मोड में रखा जाए।

मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से जल भराव की स्थिति की जानकारी ली और जल निकासी की बेहतर व्यवस्था के निर्देश दिए। नदियों के जल स्तर बढ़ने की स्थिति में नदी किनारे और अन्य संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को भी जागरूक करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन श्री विनोद कुमार सुमन को निर्देश दिये कि हर जिले में भारी बारिश की स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखें। जिलों के साथ बेहतर समन्वय बनाकर काम करें, ताकि किसी भी आपातकाल स्थिति से तत्काल निपटा जा सके। राज्य के तमाम संवेदनशील क्षेत्रों, अत्यधिक बारिश और आपदाग्रस्त वाले इलाकों को लेकर भी विशेष नज़र बनाए रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा को लेकर किसी भी प्रकार की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल कार्यवाही की जाये। साथ ही रिस्पांस टाईम कम से कम रखने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि बारिश के कारण जो सम्पर्क मार्ग अवरूद्व हुए हैं उन्हें जल्द आवागमन के लिए सुचारू किया जाए।